logo_banner
Breaking
  • ⁕ एंटी नक्सल अभियान और खुखार नक्सली हिड़मा के एनकाउंटर से बैकफुट पर माओवादी, महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: नागपुर से दोपहिया वाहन चोर गिरफ्तार, एक लाख रुपये से अधिक कीमत की तीन चोरी की गाड़ियां जब्त ⁕
  • ⁕ Akola: नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार ने पकड़ा जोर; बड़े नेताओं की रैलियों की तैयारी ⁕
  • ⁕ Gadchiroli: फुलनार में महज 24 घंटे में बनकर तैयार हुई पुलिस चौकी, सी-60 जवानों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बंटाया हाथ ⁕
  • ⁕ दिग्गज अभिनेता, बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र का निधन, सोमवार सुबह ली अंतिम सांस ⁕
  • ⁕ Buldhana: वंचित के महापौर पद के उम्मीदवार का अपहरण, अजित पवार गुट पर लगाया गया आरोप, जिले में मची हलचल ⁕
  • ⁕ Nagpur: डेकोरेशन गोदाम में लगी भीषण आग, मानकापुर के बगदादी नगर की घटना; लाखों का सामान जलकर खाक ⁕
  • ⁕ Nagpur: खापरखेडा के बीना संगम घाट पर चाकूबाजी; एक की मौत, एक घायल ⁕
  • ⁕ NMC Election 2025: निष्क्रिय नेताओं और नगरसेवको को नहीं मिलेगा टिकट, भाजपा नए चेहरों को देगी मौका ⁕
  • ⁕ विविध मांगो को लेकर आपली बस कर्मचारियों की हड़ताल, स्कूली बच्चों और नागरिकों की बढ़ी मुश्किलें ⁕
Nagpur

युवाओं को नशे की बुरी आदतों के जाल से छुडवायेंगे पुलिस काका 


नागपुर -नागपुर शहर में युवा पीढ़ी बड़ी संख्या में नशे के दलदल में फ़ंसती जा रही है। स्कूल कॉलेजों में विद्यार्थी इन दिनों नशीली चीजों का सेवन करते हुए खुलेआम देखें जा सकते हैं। इसके साथ ही एमडी, गांजा जैसी अन्य नशीली पदार्थों की भी उपयोग युवा पीढ़ी द्वारा खुलकर किया जाने लगा है। पिछले कुछ समय में अधिकांश नाबालिग किशोरों द्वारा ने नशे के अधीन होकर कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था यही कारण है कि शहर में नशीले पदार्थों से दूर रहने और लोगों में जनजागृति पैदा करने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के संकल्पना से शहर में पुलिस काका प्रोग्राम का आयोजन पुलिस भवन में सोमवार को किया गया। एक दिवसीय इस कार्यशाला में शहर भर के सभी पुलिस थानों से एक अधिकारी तीन कर्मचारियों को विशेष रूप से बुलाया गया था. जिन्हें विशेषज्ञ द्वारा नशीले पदार्थों के सेवन से  होने वाले दुष्परिणामों के साथ ही उनकी रोकथाम के लिए आवश्यक उपाययोजना के संबंध में प्रशिक्षित किया गया । ये सभी सभी पुलिस काका मोहल्ले, कस्बो तथा स्कूलों में जाकर बच्चों को साथ ही नागरिकों को मादक पदार्थों के दुष्परिणामों के संबंध में शिक्षित करने वाले हैं ताकि युवा पीढ़ी को नशे के दलदल में जाने से रोका जा सके।